उज्जैन (मध्य प्रदेश):
आज हम आपको एक ऐतिहासिक और पवित्र स्थल (Ujjain Malakal Temple) के बारे में बताने जा रहे हैं, जो हमारे देश की संस्कृति और धार्मिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो क्षिप्रा नदी या शिप्रा नदी के किनारे पर बसा है। हाँ, आपने सही सुना, हम आज “उज्जैन महाकाल मंदिर” के बारे में बात करने वाले हैं। उज्जैन प्राचीन और ऐतिहासिक शहर है जो 5000 साल पुराना है। यह मंदिर हिन्दू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और भारतीय इतिहास का गौरवशाली अंग है। चलिए, हम इस महत्वपूर्ण स्थल के बारे में थोड़े और क़रीब से जानते हैं।
उज्जैन महाकाल मंदिर(Ujjain Malakal Temple) का इतिहास:
उज्जैन, मध्य प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है, उज्जैन के प्राचीन नाम अवन्तिका, उज्जयिनी, कनकश्रन्गा आदि है। और यहाँ पर महाकाल मंदिर स्थित है, जो हिन्दू धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। महाकाल मंदिर का निर्माण सन् 1736 में महाराजा विजयाराजे होलकर ने किया था। इस मंदिर को लोकल भाषा में “अवनी पार्वती और महाकालेश्वर” के नाम से भी जाना जाता है।
इस मंदिर का निर्माण मुख्य रूप से राजा भार्गव ने किया था, जिनका पूरा नाम ध्वजवर्धन है। यह मंदिर अपने धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, और यहाँ के तीर्थ स्थलों में से एक है।
उज्जैन महाकाल मंदिर का महत्व:
- हिन्दू धर्म का पवित्र स्थल: उज्जैन महाकाल मंदिर हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पवित्र स्थल है, जो शिव भगवान के पूजन के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव का विशेष पूजन किया जाता है।
- धार्मिक उत्सवों का केंद्र: उज्जैन महाकाल मंदिर धार्मिक उत्सवों का महत्वपूर्ण केंद्र है। महाशिवरात्रि और कार्तिक पूर्णिमा जैसे उत्सव यहाँ बड़े ही धूमधाम से मनाए जाते हैं।
- तांत्रिक ताकत का प्रतीक: महाकाल मंदिर में शिव की पूजा का माना जाता है कि वह तांत्रिक ताकतों का प्रतीक है, जो समस्त बुराइयों को नष्ट करने में सक्षम है।
महत्वपूर्ण तथ्य
- स्थिति: उज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत
- देवता: भगवान शिव / महाकालेश्वर
- वास्तु विवरण: हिन्दू शैली, स्वयंभू
- निर्माता: शासक/मराठा + राजा भोज
- अवस्थिति: अति प्राचीन
भस्म आरती का महत्व
महाकालेश्वर मंदिर में दक्षिणमुखी महाकालेश्वर महादेव भगवान की पूजा की जाती है। यहाँ पर आरती रोज़ भगवान शिव को जगाने के लिए की जाती है। भस्म आरती की खासियत यह है कि इसमें मुर्दे की भस्म से महाकाल का श्रृंगार किया जाता है।
उज्जैन के प्रमुख दर्शनीय स्थल:
उज्जैन एक प्राचीन और पवित्र शहर है जो भारतीय संस्कृति और धर्म के महत्वपूर्ण केंद्रों में से एक है। यहाँ पर कई प्रसिद्ध और रोमांचक स्थल हैं जो आपकी यात्रा को समृद्ध बना सकते हैं। निम्नलिखित उज्जैन में घूमने की कुछ मुख्य जगहें हैं:
महाकालेश्वर मंदिर: महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र स्थल है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यहाँ पर महाकाल का दर्शन करना धार्मिक मान्यताओं का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
बादशाह का क़िला: उज्जैन में बादशाह का क़िला भी एक महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल है। यह क़िला मुगल साम्राज्य के शासकों द्वारा बनवाया गया था और उसकी शानदार वास्तुकला को देखने के लिए यहाँ जाते हैं।
काल भैरव मंदिर: काल भैरव मंदिर भी उज्जैन में एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहाँ पर भगवान भैरव की पूजा और आराधना की जाती है।
राम मंदिर: उज्जैन में राम मंदिर भी एक प्रसिद्ध स्थल है, जो श्री राम को समर्पित है। यहाँ पर भक्तगण आध्यात्मिक और धार्मिक सुख के लिए आते हैं।
कालीदास जन्मस्थल: उज्जैन में कालीदास जन्मस्थल भी एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है। यहाँ पर श्रद्धालुओं द्वारा आदर्श पुण्यस्थल माना जाता है।
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सीता मंदिर: यहाँ पर सीता मंदिर भी है, जो श्रीमान सीता को समर्पित है। यह स्थान भक्तों के लिए धार्मिक महत्व का है।
मंदिर संग्रहालय: उज्जैन में एक बड़ा मंदिर संग्रहालय भी है, जहाँ पर भारतीय संस्कृति और धर्म से जुड़ी वस्तुएं देखी जा सकती हैं।
ब्रह्मारक्षेत्र: यह धार्मिक स्थल महाकाल मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित है, जो धार्मिक उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है।
सिद्धावट: यह भी धार्मिक स्थल है और यहाँ शिव पूजा की जाती है।
कालिदास आक्रोश स्थल: यहाँ पर आक्रोश स्थल है, जो कालिदास नामक विश्वविद्यालय के निकट स्थित है। यहाँ पर आप विशाल स्मृतिचिह्नों और सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं।
गोपाल मंदिर: उज्जैन में गोपाल मंदिर भी एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान कृष्ण को समर्पित है। यहाँ पर भक्तगण अपनी श्रद्धा और आदर का अभिषेक करते हैं।
भारतीय कला प्रदर्शनी: उज्जैन में भारतीय कला प्रदर्शनी भी है, जहाँ आप भारतीय कला और संस्कृति की शानदार विविधता को देख सकते हैं।
उज्जैन में घूमने के लिए ये कुछ मुख्य स्थल हैं, जो आपको इस प्राचीन और पवित्र शहर की समृद्ध धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के अनुभव में मदद करेंगे। इन स्थलों को आपके यात्रा के दौरान अवश्य देखना चाहिए।
उज्जैन एक धार्मिक, सांस्कृतिक, और ऐतिहासिक शहर है जो भारतीय परंपरा और संस्कृति को प्रतिष्ठित करता है। यहाँ के धार्मिक स्थल, ऐतिहासिक स्मृतियाँ, और सांस्कृतिक विरासत आपको एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं और आपके जीवन में नई प्रेरणा और शांति लाते हैं। इसलिए, अगली यात्रा में उज्जैन को अपने भ्रमण की सूची में शामिल करें और इस महान शहर की सुंदरता का आनंद लें।
उज्जैन में रात क्यों नहीं रुकता ?
वीवीआईपी उज्जैन में रात को नहीं रुकता है।उज्जैन को महाकाल की नगरी माना जाता है। उज्जैन को लेकर मान्यता यह है कि इस शहर के मालिक महाकाल हैं। इसी वजह से कोई सीएम या वीवीआईपी उज्जैन में रात को नहीं रुकता है। लोग कहते हैं कि जब भी कोई सीएम या राजा उज्जैन में रात्रि विश्राम करता है तो उसके साथ किसी अनहोनी की आशंका रहती है।
उज्जैन कैसे पहुंचे?
हवाईजहाज से
निकटतम हवाई अड्डा इंदौर (53 किमी)
ट्रेन से
उज्जैन पश्चिम रेलवे का एक रेलवे स्टेशन है।
सड़क द्वारा
नियमित बस सेवाएं उज्जैन को इंदौर, भोपाल, रतलाम, ग्वालियर, मांडू, धार, कोटा और ओंकारेश्वर आदि से जोड़ती हैं।